“साहित्य – समाज का दर्पण है”
मध्यप्रदेश लेखक संघ की स्थापना वर्ष 1970 में हुई, जिसका उद्देश्य लेखन के माध्यम से समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाना है।
संघ में प्रदेश भर के वरिष्ठ और नवोदित लेखक, कवि, निबंधकार, उपन्यासकार और पत्रकार सक्रिय सदस्य हैं।
हम भारतीय संस्कृति, नैतिकता, और भाषाई विविधता को सृजन के माध्यम से आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
संघ साहित्यकारों के अधिकारों, सम्मान और रचनात्मक स्वतंत्रता की रक्षा के लिए भी कार्य करता है।
स्थापना उद्देश्य:
मध्यप्रदेश लेखक संघ की स्थापना साहित्य और समाज के बीच संवाद को सशक्त करने के लिए की गई। संघ के अंतर्गत पूरे प्रदेश में कार्यरत शाखाएँ निरंतर गोष्ठियों, कार्यशालाओं और प्रकाशनों का आयोजन करती हैं।
हमारी गतिविधियाँ:
प्रादेशिक एवं जिला स्तरीय गोष्ठियाँ
कवि सम्मेलन एवं काव्य पाठ आयोजन
युवा लेखकों हेतु प्रशिक्षण शिविर
साहित्यिक पत्रिका एवं स्मारिका प्रकाशन
सम्मान समारोह एवं पुरस्कार वितरण